6 Point of business by ratan tata
RATAN TATA INDIAN BUSINESS MAN Who always live for INDIA
Remember these 6 things of Ratan Tata to be successful! With big money you will become everyone's favorite
सफल होने के लिए याद रखें Ratan Tata की ये 6 बातें! मोटी कमाई के साथ ही आप बनेंगे सबके चहेते
Success Tips: If you are starting your business or already in business but are looking forward to progress, businessman Ratan Tata (Ratan Tata) can be helpful for you.
सक्सेस टिप्स: अगर आप अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं या पहले से ही बिजनेस में हैं लेकिन आगे बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं तो बिजनेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata) आपके लिए मददगार हो सकते हैं।
Nowadays everyone wants to earn money, wants to be successful, but few people want to walk on that path to get it. If you are starting your business or are already in business, but are looking for the path of progress, then the words of businessman Ratan Tata can prove to be helpful for you. Ratan Tata, the veteran industrialist and chairman of Tata Sons, has invested extensively in many successful startups of the country. Although he considers himself an accidental investor, most of the startups he invested in were successful and today his business is in billions. Let us know, according to him, what are the main things to keep in mind to start any company.
आजकल हर कोई पैसा कमाना (Earning money) चाहता है, सफल होना (Successful) चाहता है, लेकिन उसे पाने के लिए उस रास्ते पर चलना कम ही लोग चाहते हैं. अगर आप अपना कारोबार शुरू कर रहे या पहले से बिजनेस में हैं, लेकिन तरक्की की राह देख रहे हैं तो आपके लिए बिजनेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata)की बातें मददगार साबित हो सकता है. दिग्गज उद्योगपति और टाटा सन्स के चेयरमैन रतन टाटा ने देश के कई सफल स्टार्टअप्स में बड़े पैमाने पर निवेश किया है. हालांकि वे खुद को ऐक्सिडेंटल इन्वेस्टर मानते हैं, लेकिन उन्होंने जिस भी स्टार्टअप में निवेश किया, ज्यादातर कंपनियां सफल रहीं और आज उनका कारोबार अरबों में है. आइए जानते हैं उनके मुताबिक, किसी भी कंपनी को स्टार्ट करने के लिए क्या प्रमुख बातें ध्यान में रखनी चाहिए...
Ratat Tata believes that startups that have innovated have a bright future. That's why you should keep on innovating. Tata is putting more emphasis on innovation for startups.
Talking about Tata Group, everyone knows that the value of this group is very high. In such a situation, Ratan Tata hopes that startups also give prominence to the value factor. He is strongly against an incident like absconding overnight.
According to Ratan Tata, what is the attitude of the promoters of the startup, which idea they have come up with and work on the basis of their thinking about its solutions. According to Tata, he prefers to invest in a new company. Especially in startups with new ideas.
In an interview in October 2019, Ratan Tata said that there is nothing like the right time for a startup to go global. It is the responsibility and understanding of the founders when they have to expand their global footprint. At the same time, Ratan Tata had said that I also see how mature the promoters are and how serious they are about their new company.
Such happens with many industrial houses of India that they start taking interest in industry as well as politics. But the Tata Group and especially Ratan Tata have always avoided these things. He always considered work as everything in his life. First of all, work is given priority.
1. इनोवेशन पर हो जोर
रतत टाटा का मानना है कि उन स्टार्टअप्स का भविष्य शानदार है, जिन्होंने नए प्रयोग किए हैं. इसलिए इनोवेशन करते रहना चाहिए. टाटा स्टार्टअप के लिए इनोवेशन पर ज्यादा जोर दे रहे हैं.
2. वैल्यू पर फोकस
टाटा ग्रुप की बात की जाय तो हर कोई जानता है कि इस ग्रुप की वैल्यू काफी हाई है. ऐसे में रतन टाटा उम्मीद करते हैं कि स्टार्टअप भी वैल्यू फैक्टर को प्रमुखता दें. रातोंरात फरार जैसी घटना के वे सख्त खिलाफ हैं.
3. प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड हो पॉजिटिव
रतन टाटा के मुताबिक, स्टार्टअप के प्रमोटर्स का ऐटिट्यूड कैसा है, वह किस आइडिया के साथ आए हैं और इसके सल्यूशंस को लेकर उनकी सोच के आधार पर काम करते हैं. टाटा के मुताबिक, वे नई कंपनी में निवेश करना पसंद करते हैं. खासकर नए आइडियाज वाले स्टार्टअप में.
4. कोई राइट टाइम नहीं
अक्टूबर 2019 में एक इंटरव्यू में रतन टाटा ने कहा था कि स्टार्टअप के लिए ग्लोबल होने के लिए राइट टाइम जैसा कुछ नहीं होता है. यह जिम्मेदारी और समझ फाउंडर की होती है कि कब उन्हें अपना वैश्विक विस्तार करना है. साथ ही रतन टाटा ने कहा था कि मैं यह भी देखता हूं कि प्रमोटर्स कितने मच्योर हैं और अपनी नई कंपनी को लेकर वे कितना गंभीर हैं.
5. काम को दें तरजीह
ऐसे भारत के कई औद्योगिक घरानों के साथ होता है कि वे उद्योग के साथ-साथ राजनीति में भी दिलचस्पी लेने लगते हैं. लेकिन टाटा ग्रुप और खास तौर से रतन टाटा इन चीजों से हमेशा बचते रहे हैं. उन्होंने हमेशा अपने जीवन में काम को ही सबकुछ समझा. सबसे पहले काम ही तरजीह दी है.
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